पत्रकार एकता मंच

पन्ना न्यूज़: अजयगढ़ किले के तहखाने में खजाने की खोज

ऐतिहासिक धरोहर को खतरा: खजाने की लालच में किला हुआ क्षतिग्रस्त

rajveer namdev

7/26/20241 मिनट पढ़ें

पन्ना का खजाना: अजयगढ़ किले में खुदाई का सनसनीखेज मामला, वन और पुरातत्व विभाग के अधिकारियों पर उठ रहे सवाल

ऐतिहासिक धरोहर को खतरा: खजाने की लालच में किला हुआ क्षतिग्रस्त

पन्ना का प्राचीन किला: खजाने की खोज में तहखाने तक पहुंचे लालची, विभागों की भूमिका संदिग्ध

पन्ना जिले के अजयगढ़ में स्थित प्राचीन अजयपाल किले का रहस्य एक बार फिर सामने आया है। खजाने की खोज में लालची लोगों ने किले के रंग महल के बगल में खुदाई कर तहखाने तक पहुंच गए हैं। इस घटना ने एक बार फिर किले के खजाने की दास्तान को हकीकत में बदल दिया है।

किले के द्वार पर लिखी रहस्यमयी लिपि ने सदियों से लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है। कहा जाता है कि इस लिपि में खजाने का रहस्य छिपा हुआ है। समय-समय पर कई लोग इस खजाने की खोज में जुटे रहे हैं, लेकिन इस बार खुदाई का मामला इतना बड़ा है कि पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।

वन और पुरातत्व विभाग की चुप्पी गहरा रही है

इस घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वन और पुरातत्व विभाग इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि किले में किसी भी तरह का बदलाव करना कानूनन अपराध है, लेकिन विभाग के अधिकारी इस मामले में कोई कार्रवाई करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस खुदाई में शामिल हो सकते हैं।

ऐतिहासिक धरोहर को खतरा

खजाने की खोज में की गई इस खुदाई से किले की ऐतिहासिक संरचना को काफी नुकसान पहुंचा है। किले की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और कई पुराने अवशेष नष्ट हो गए हैं। यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि हमारी ऐतिहासिक धरोहर कितनी असुरक्षित है।

अजयगढ़ पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

अजयगढ़ पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस खुदाई में कौन-कौन लोग शामिल थे और किस उद्देश्य से यह खुदाई की गई थी।

क्या सच में मिला खजाना?

यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है कि क्या खजाने की खोज में लालची लोगों को सफलता मिली या नहीं। हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर किले के खजाने की दास्तान को जीवंत कर दिया है।

विशेषज्ञों की राय

पुरातत्वविदों का कहना है कि इस तरह की खुदाई से ऐतिहासिक धरोहर को काफी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए।

समाधान

इस घटना से यह स्पष्ट है कि ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा के लिए हमें और अधिक जागरूक होने की जरूरत है। हमें ऐतिहासिक धरोहरों के महत्व को समझना होगा और उनकी रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना होगा।

यह सिर्फ एक उदाहरण है। आप अपनी जरूरत के अनुसार इस समाचार लेख को और अधिक आकर्षक बना सकते हैं.